ग्रामीणों की सेवा में जुटे प्रधानी के दावेदार-वोटरों को रिझाने के लिए हर पैंतरा आजमा रहे उम्मीदवार
फजले रसूल/दैनिक न्यूज़ लाइव/उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज़ हो गयी है मौजूदा प्रधान और इस बार अपनी किस्मत आजमा रहे उम्मीदवारों की गांवों में हलचल तेज हो गयी है।चुनावों से पहले क्या है गाँव का माहौल, चुनावों को लेकर क्या कह रहे हैं गांव के लोग, पढ़िए रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में साल 2021 में होने वाले ग्राम पंचायत के चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हैं। कोरोना के चलते प्रधान, बीडीसी, और जिला पंचायत के चुनाव की तारीखों का अभी ऐलान नहीं किया गया है लेकिन दावेदारों ने अभी से ताकत लगा रखी है। गांव के चौराहों पर होर्डिंग नजर आती हैं तो गांव के नुक्कड़ों और चौपालों में बैठकें सजने लगी है। दावेदार मतदाताओं के सुख-दु:ख में भागीदार होकर उनकी सेवा में जुटे हैं। पहली बार प्रधानी का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे एक नौजवान दावेदार ने कहा- “प्रधानी का चुनाव सांसदी से ज्यादा मु्श्किल है।
वोटरों के नाम घटाने और बढ़ाने का पुनरीक्षण का कार्य लगभग पूरा हो गया है। 29 दिसंबर को मतदाता सूची को प्रकाशित किया जाएगा। कोरोना के चलते अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है साल 2021 में फरवरी से अप्रैल के बीच कभी भी चुनाव हो सकते हैं। इसके अलावा नगर निकायों के सीमा विस्तार से प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत 42 जिले समेत प्रभावित हुए हैं।
चुनाव में उतरने को तैयार दावेदार न सिर्फ वोटरों को खुश करने कोशिश में है बल्कि वो मौजूदा प्रधानों के कमियां भी गिना रहे हैं।